लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती ॥ॐ नमो कामदेवाय विद्महे रति प्रियायै धीमहि तनो अनंग प्रचोदयात ऐं सः सः सः फट॥ तेलंगाना कोर्ट में अनोखा मामला, फैसला सुनाने सड़क पर आए जज, खूब लूटी वाहवाही Now keeping the basis on the Acacia tree in the appropriate hand, close your fist https://pr8bookmarks.com/story19595540/about-free-vashikaran