ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय पंचवदनाय दक्षिण मुखे जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा जन के काज विलम्ब न कीजै, आतुर दौरि महा सुख दीजै। His legacy as a divine protector and devoted servant of Rama proceeds to encourage innumerable https://baglamukhi40257.imblogs.net/82518957/considerations-to-know-about-bajrang-baan