इसके बाद सर पर जालीदार टोपी धारण कर एकांत वाले कमरे में नमाज पढ़ने की अवस्था में बैठ जाए. उच्च कोटि के साधक यक्षिणी में स्वरूप या तो माँ स्वरूप लेते है या पुत्री स्वरूप. Health and fitness and Well becoming; Vashikaran Techniques can be employed to ease and comfort https://cashfqqom.blogsuperapp.com/32890454/top-guidelines-of-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai